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भाषाओं का संवर्धन

आरंभ करने की तिथि :
Jan 22, 2015
अंतिम तिथि :
Nov 01, 2015
00:00 AM IST (GMT +5.30 Hrs)
बहुभाषी समाज भाषा में शिक्षा का महत्त्व पहचानता है। हालांकि, भाषा ...
Mother tounge should be at primary level
In school education all the students must study their mother tongue also
In elementary level must be in mother tongue. To know about our Indian culture and tradition Sanskrit language must teach in all levels.
semester system completle closed yearly system continue
Hindi being our mother tongue should be taught to the students so that they can communicate well in that. secondly english being an international language should be taught so that if bychance we visit some other place, we are able to converse with people living in different regions and last but not the least the regional language should be introduced as the child understand fast in his own language.
Technical Education subjects and Science subjects in Higher Education to be taught in Hindi Language/Mother Tongue.
Hindi bhasha ko vishesh badhawa diya jana chahiye. Regional language aur english language ka bhi samvardhan ho.
A child understand more in his mother tongue rather than other language . countries like china , russia they only speak there local language as there official one but in india english is being given more importance and is our official language too.
Hindi bhasha ko vishesh badhawa diya jana chahiye. Regional language aur english language ka bhi samvardhan ho.
1) प्रारंभिक शिक्षा प्रादेशिक भाषा या मातृभाषा में ही होनी चाहिए ताकी बालक को उसे स्नेह बढे और ओ अच्छि तरह समझ सके । साथ साथ अपनी संस्कृत भाषाका परिचय ही बालक हो होना चाहिये ।
2) उसके साथ-साथ दुनियाकी जो अँग्रेजी भाषा है उसे उसको परिचित करना चाहिऐ क्यों की आगे चलकर उसे अँगेजीका बोझ ना हो सके ।
3) जैसे जैसे उमर बढती जायेगी उसे हमारी राष्ट्रभाषा जो हिंदी है उसे परिचित करना चाहिए एकता के सूत्र में पिरोने वाली हिंदी भाषा में अपने बालकों को पढ़ाना लिखाना चाहिए ।