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शून्य अभियान टाउनहॉल - भारत हरित बुनियादी ढांचे के माध्यम से इलेक्ट्रिक वाहन को और अधिक टिकाऊ कैसे बना सकता है

शून्य अभियान टाउनहॉल - भारत हरित बुनियादी ढांचे के माध्यम से इलेक्ट्रिक वाहन को और अधिक टिकाऊ कैसे बना सकता है
आरंभ करने की तिथि :
Feb 13, 2024
अंतिम तिथि :
Mar 13, 2024
23:45 PM IST (GMT +5.30 Hrs)
प्रस्तुतियाँ समाप्त हो चुके

MyGov India के साथ साझेदारी में NITI आयोग के नेतृत्व वाला शून्य अभियान, ...

MyGov India के साथ साझेदारी में NITI आयोग के नेतृत्व वाला शून्य अभियान, इलेक्ट्रिक वाहन टाउनहॉल की घोषणा करते हुए रोमांचित है, जो नागरिकों के लिए भारत में स्वच्छ इलेक्ट्रिक मोबिलिटी इकोसिस्टम को बढ़ावा देने और बढ़ाने के लिए मूल्यवान विचारों और सुझावों को साझा करने के लिए एक खुला चर्चा मंच है। टाउनहॉल इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) और उनके संबंधित लाभों पर ध्यान केंद्रित करता है, जिसमें लागत बचत, स्वच्छ हवा, स्वास्थ्य लाभ और उत्सर्जन में कमी शामिल है।

इस पहल के अनुरूप, MyGov के सहयोग से NITI आयोग, नागरिकों से इनपुट आमंत्रित करता है।

शून्य अभियान के बारे में अधिक जानने और ईवीएस के लाभों की खोज करने के लिए, कृपया शून्य अभियान वेबसाइट पर जाएं www.shoonya.info

फिर से कायम कर देना
355 सबमिशन दिखा रहा है
Arijit Mondal_3
Arijit Mondal 10 महीने 1 week पहले

1. Indigenous Battery Manufacturing: Encourage domestic production of EV batteries to reduce reliance on imports. This aligns with Atmanirbhar Bharat, promoting self-reliance and reducing carbon footprint from transportation and manufacturing.

2. Renewable Energy Integration: Integrate EV charging stations with renewable energy sources like solar and wind. This reduces dependency on fossil fuels for charging, promoting sustainability and reducing emissions.

3. Smart Grid Technology: Implement smart grid solutions to manage EV charging efficiently, reducing strain on the grid and optimizing energy use. This supports sustainable energy management and promotes green infrastructure development.

4. Ecosystem Development: Create a supportive ecosystem for EV adoption, including incentives for green infrastructure development, promoting local innovation. This accelerates the transition to sustainable mobility and supports Atmanirbhar Bharat's vision for a greener, self-reliant future.

Latti
Latti 10 महीने 1 week पहले

नमस्कार
इस परियोजना को सकारात्मक रूप से लागू करने के लिए शहरी और ग्रामीण स्तर पर ढ्चआगत सुविधाएँ तयार कर किया जा सकता है उत्पादन की इकाई साथनीय सतर पर कर लागत को नियमित किया जा सकता है सब्सिडी की सुविधा दी जा सकती है लोन उपलब्ध करवाया जा सकता है प्रशिक्षण को चरमबध तरीक़े से लागू किया जा सकता है प्रोद्योगिक तरीक़ेसे निवेश किया जा सकता है लागत को कम कर ननिवेश बाढ्यआ जा सकता है जागरूकता शिविर का आयोजन किया जा सकता है

Kishan singh rajpurohit
Kishan singh rajpurohit 10 महीने 1 week पहले

आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी आपको मेरा प्रणाम 🙏
आपसे एक उम्मीद करता हूं आप मुझे निराश नहीं करेंगे जिवन मे पहला घर ओर गाड़ी खरीदते वक्त कुछ विशेष सुविधा मिलती रहे जेसे कि पहला घर एवं गाड़ी खरीदने पर 0 डाउन पेमेंट कि सुविधा मिले आज के दोर में खर्च बड़ता हि जा रहा है सेविंग कम होती जा रही है EMI तो किराए में चली जाती है एसे लाखों लोगों को मदद मिलेगी उनके घर का सपना साकार होगा सरकार पर भी घर बनाकर देने का बोझ कम होगा!
जय हिन्द वन्दे मातरम्

Kishan singh rajpurohit
Kishan singh rajpurohit 10 महीने 1 week पहले

आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी आपको मेरा प्रणाम 🙏
आपसे एक उम्मीद करता हूं आप मुझे निराश नहीं करेंगे जिवन मे पहला घर ओर गाड़ी खरीदते वक्त कुछ विशेष सुविधा मिलती रहे जेसे कि पहला घर एवं गाड़ी खरीदने पर 0 डाउन पेमेंट कि सुविधा मिले आज के दोर में खर्च बड़ता हि जा रहा है सेविंग कम होती जा रही है EMI तो किराए में चली जाती है एसे लाखों लोगों को मदद मिलेगी उनके घर का सपना साकार होगा सरकार पर भी घर बनाकर देने का बोझ कम होगा!
जय हिन्द वन्दे मातरम्

Kishan singh rajpurohit
Kishan singh rajpurohit 10 महीने 1 week पहले

आदरणीय श्री नरेन्द्र मोदी जी आपको मेरा प्रणाम 🙏
आपसे एक उम्मीद करता हूं आप मुझे निराश नहीं करेंगे जिवन मे पहला घर ओर गाड़ी खरीदते वक्त कुछ विशेष सुविधा मिलती रहे जेसे कि पहला घर एवं गाड़ी खरीदने पर 0 डाउन पेमेंट कि सुविधा मिले आज के दोर में खर्च बड़ता हि जा रहा है सेविंग कम होती जा रही है EMI तो किराए में चली जाती है एसे लाखों लोगों को मदद मिलेगी उनके घर का सपना साकार होगा सरकार पर भी घर बनाकर देने का बोझ कम होगा!
जय हिन्द वन्दे मातरम्

sahilyousufwani_5
Sahil Yousuf 10 महीने 1 week पहले

India can make electric vehicles more sustainable through green infrastructure by:

1. Establishing a network of solar-powered charging stations.
2. Implementing policies to incentivize the use of renewable energy sources for charging EVs.
3. Promoting the development of sustainable materials for EV manufacturing.
4. Investing in research and development of battery recycling technologies to minimize environmental impact.
5. Encouraging the adoption of energy-efficient EV charging technologies.
6. Introducing smart grid technologies to optimize energy usage and distribution for EV charging.
7. Integrating EV infrastructure with existing public transportation systems to reduce overall emissions.
8. Designing urban planning strategies that prioritize pedestrian-friendly infrastructure.
9. Implementing policies to reduce air pollution and promote green spaces to improve overall environmental quality.
10. Fostering collaboration

parminder69
Parminder Singh Chuchra 10 महीने 1 week पहले

Sir, Of late we are noticing EV vehicles catching fires randomly - when plying, or when being charged. This is posing a grave concern in our mind - how safe EV vehicles are compared to traditional ICE vehicles? I think the battery technology is still at its infancy and needs to be developed so that apart from safety, it also becomes ecologically friendly. I have seen EV charging station being powered through gensets to produce power so that EVs can be charged. This is beating the original purpose of EVs which is to reduce dependency on fossil fuels. Moreover, I am also concerned about environment friendliness of EV batteries - the manufacturing them is energy intensive, at the same time disposing off old batteries also impacts the environment. Many big names like Tesla, Mercedes have started rethinking about their EV plans in view of these challenges.
I request the Govt to take a serious note about it and not rush through EV adoption blindly.
Kind Regards.

akhilesh_sundriyal@yahoo.com
Akhilesh Sundriyal 10 महीने 1 week पहले

परम आदरणीय प्रधानमंत्री जी सादर प्रणाम !

यूँ तो " भारत हरित बुनियादी ढांचे के लिए हजारों उत्तम सुझाव आये हैं , मैं कुछ हटकर अपनी राय जिसमे कम से कम खर्च और अधिकतम बचत होगी और ट्रैफिक जैम से भी मुक्ति मिलेगी इस प्रकार रखना चाहता हूँ :

1 ) सर्वप्रथम मेट्रो शहर / बड़े शहर जहाँ वाहनों की अधिकता है, प्रत्येक जगह पर यदि लाल बत्ती सिग्नल वो भी काउंटर के साथ , ताकि सभी वाहन चालक काउंटर के हिसाब से वाहन के इंजन को स्विच ऑफ मोड में कर दें तो पुरे

भारत के सभी वाहनों की ईंधन बचत जोड़ी जाय तो साल का खरबों रूपया बच सकता है और हम भारत को 2047 से पहले ही आत्मनिर्भर और विकसित बना सकते हैं. क्योंकि सो हम अभी तेल आयात कर रहे हैं उस पैसे को

हम अन्य विकास कार्यों में लगा पाएंगे . इस कार्य में हर शहर के ट्रैफिक कंट्रोल अधिकारी और सभी नागरिकों का प्रयास अपेक्षित है . जिस प्रकार आपने सूरत में पूरा ट्रैफिक आटोमेटिक कर दिया था उसी प्रकार पूरे भारत में हो

जाय तो निश्चित तौर पर चौंकाने वाले परिणाम सामने आ सकते हैं ( एक लाल बत्ती - विकास की गारंटी )

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