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25 अक्टूबर, 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम के लिए भेजें अपने सुझाव

आरंभ करने की तिथि :
Oct 10, 2020
अंतिम तिथि :
Oct 23, 2020
23:45 PM IST (GMT +5.30 Hrs)
प्रस्तुतियाँ समाप्त हो चुके

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर आपसे जुड़े महत्वपूर्ण विषयों ...

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर आपसे जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर अपने विचार साझा करेंगे। मन की बात कार्यक्रम के 70 वें संस्करण के लिए प्रधानमंत्री आपसे सुझाव आमंत्रित करते हैं, ताकि इस कार्यक्रम में आपके नूतन सुझावों व प्रगतिशील विचारों को शामिल किया जा सके।

'मन की बात' के आगामी संस्करण में आप जिन विषयों व मुद्दों पर प्रधानमंत्री से चर्चा सुनना चाहते हैं, उससे संबंधित अपने सुझाव व विचार भेजना न भूलें। आप अपने सुझाव इस ओपन फोरम के माध्यम से साझा कर सकते हैं अथवा हमारे टॉल फ्री नंबर 1800-11-7800 डायल करके प्रधानमंत्री के लिए अपना सन्देश हिन्दी अथवा अंग्रेजी में रिकॉर्ड करा सकते हैं। कुछ चुनिंदा संदेशों को 'मन की बात' में भी शामिल किया जा सकता है।

इसके अलावा आप 1922 पर मिस्ड कॉल करके एसएमएस के जरिए प्राप्त लिंक का इस्तेमाल कर सीधे प्रधानमंत्री को भी सुझाव भेज सकते हैं।

25 अक्टूबर, 2020 को सुबह 11:00 बजे मन की बात कार्यक्रम सुनना न भूलें

फिर से कायम कर देना
5355 सबमिशन दिखा रहा है
ARTIYOGESHKHANDELWAL
ARTI YOGESH KHANDELWAL 4 साल 4 महीने पहले

Dear Prime Minister, Namaste.
I am Arti Khandelwal, from Nagpur. I am a teacher and parenting coach. I am on a mission of changing the lives of 20 Lakh Childrens by connecting them to Spiritual Wellness, Gurukul Sanskriti of our India. On this path, I have recently made 4 national records in the last 40 days that are dedicated to Women Empowerment and Revolution in Education System. Through MKB I want to express my thoughts and ideas that we can work on to make new generation & India stronger.

SHARIF SHAIKH_3
SHARIF SHAIKH_3 4 साल 4 महीने पहले

डिजिटल इकोसिस्टम को अगर प्रभावी करना है तो सोलर सिस्टम को मजबूत करना चाहिए सोलर विद्युत, सोलर वॉटर हीटर इत्यादि उपकरणों पर रियायत देकर इसे सरकारी स्कूल और सरकारी कार्यालयों मे अनिवार्य कर देने से एक बार का खर्च मगर हमेशा की बचत होगी। खासकर स्कूल मे बच्चों को डिजिटल ब्लैकबोर्ड पर ही शिक्षण देने पर ज़ोर दे। इस से बच्चों को घर से स्कूल दफ्तर के बोझ से भी राहत मिलेगी किताबें सिर्फ घर पर ही इस्तेमाल होगी, और बच्चों का भविष्य भी उज्ज्वल होगा। इकोसिस्टम को पहले इकोनॉमिक करनी होगी तभी ये असरदार होगी।

MadhushreeBarik
Madhushree Barik 4 साल 4 महीने पहले

Respected sir, it is heart wrenching to see beggars and their little children to sleep at roadsides, railway stations, garbage piles, etc picking up food from dustbins. I want to share my thoughts to eradicate this completely. There should be 2 buildings for them in every district: one for males and one for females where they will get food, shelter and work. And due to no reproduction among them, after 50 years from now, India will have no beggars. Sir please take action on this idea

amitkumar amrutbhai patel
amitkumar amrutbhai patel 4 साल 4 महीने पहले

जय भारत हमारे देश की संस्कृति इतनी पुरानी है के कितनी भी मुश्किल आईं तो भी वो कायम है ये कोरोनावायरस में भी हमें हमारी संस्कृति में मदद मिलेगी और तेवहवारो मना सकेंगे और फिर एक बार एक साथ मीलकर इस पांडा से निपटने और अपने देश को नयी उंचाई पर ले जाते जय भारत

SHARIF SHAIKH_3
SHARIF SHAIKH_3 4 साल 4 महीने पहले

डिजिटल इकोसिस्टम मे मोबाइल सब से उपर बैठता है मगर सरकार BSNL को दुर्लक्ष कर और निजी कंपनियों को बढावा देने की वजह से इको की बजाए सेको हो गया है। मोबाइल की कीमतें जहा कम हो रही है वही रिचार्ज की दरे बढ़ती जा रही है। रीचार्ज 1महिने से कम ना हो जिस मे 5 से 15 GB नेट और टॉक टाइम की सुविधा हो। एयरटेल,जियो के रीचार्ज 149/- से कम नही है,जो गलत है, अगर ट्राई अस्तित्व में है तो बंद कर दिखाए। सामान्य का उपयोग 1GB रोज़ नही है,तो 1 से 2GB रीचार्ज के प्लान क्यू? 10 से 15 GB के प्लान 100 रुपये से कम के बनाए।