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28 जुलाई, 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात के लिए भेजें अपने सुझाव

आरंभ करने की तिथि :
Jul 15, 2019
अंतिम तिथि :
Jul 27, 2019
23:45 PM IST (GMT +5.30 Hrs)
प्रस्तुतियाँ समाप्त हो चुके

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर आपसे जुड़े महत्वपूर्ण विषयों ...

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर आपसे जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर अपने विचार साझा करेंगे। मन की बात कार्यक्रम के 55 वें संस्करण के लिए प्रधानमंत्री आपसे सुझाव आमंत्रित करते हैं, ताकि इस कार्यक्रम में आपके नूतन सुझावों व प्रगतिशील विचारों को शामिल किया जा सके।

'मन की बात' के आगामी संस्करण में आप जिन विषयों व मुद्दों पर प्रधानमंत्री से चर्चा सुनना चाहते हैं, उससे संबंधित अपने सुझाव व विचार भेजना न भूलें। आप अपने सुझाव इस ओपन फोरम के माध्यम से साझा कर सकते हैं अथवा हमारे टॉल फ्री नंबर 1800-11-7800 डायल करके प्रधानमंत्री के लिए अपना सन्देश हिन्दी अथवा अंग्रेजी में रिकॉर्ड करा सकते हैं। कुछ चुनिंदा संदेशों को 'मन की बात' में भी शामिल किया जा सकता है।

इसके अलावा आप 1922 पर मिस्ड कॉल करके एसएमएस के जरिए प्राप्त लिंक का इस्तेमाल कर सीधे प्रधानमंत्री को भी सुझाव भेज सकते हैं।

28 जुलाई, 2019 को प्रातः 11:00 बजे मन की बात कार्यक्रम सुनना न भूलें।

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pankaj.indira.1528540@gmail.com
PANKAJ KUMAR MISHRA 5 साल 10 महीने पहले

आदरणीय प्रधानमंत्री जी,

मेरा एक छोटा सा सुझाव है यह है कि शहरों में जहाँ पेड़ कम होते हैं, वहाँ चौराहों पर बने गोलम्बरों के बीच में पीपल के पेड़ लगाये जाए। पीपल का पेड़ सबसे अधिक ऑक्सीजन देता है। इससे प्रदूषण कम होगा और जगह का सही इस्तेमाल होगा। ऐसा करके हम वायु प्रदूषण को कम कर सकते है। इसके साथ ही जल संचय की दिशा में एक कदम भी होगा।

Mahesh Tulshidas Deshmukh
Mahesh Tulshidas Deshmukh 5 साल 10 महीने पहले

सर मेरा नाम महेश देशमुख है मै अमरावती जिल्हा तालुका अचलपूर का ऐक बेरोजगार लडका हु!सर मुझे ऐक ही बात कहनी है!पडाई पुरी होने के बाद भी अगर कोई काम नही मीला तो हम करे क्या कम से कम पाईवेट कपंनी ही खोल दो सर हमारे गाव मै ताकी मेरे जैसै लडके पडा़ई के हिसाब सै
कोई काम ही कर ले नहीं तो ईतनी पडाई कर कै कोई फायदा नही होगा सर I request you sir please help

Lokesh Kumar Rastogi
Lokesh Kumar Rastogi 5 साल 10 महीने पहले

Trust on business community :

At present the business community in India feels that the present govt looks towards them as corrupt and dis-honest. The rules are being made to hamper the ease of business. The economy is already in shambles and the business overall is suffering. PM must realise that when the business grows it creates jobs and the economy also grows.

The black money is only with the politicians and bueracrates. Blaming business community is not going to help out in any way.

Rajendra yadav_103
Rajendra yadav 5 साल 10 महीने पहले

आदरणीय प्रधानमंत्री जी, जनसंख्या नियंत्रण पर सख्त कार्यवाही आवश्यक है। पिछड़े और अशिक्षित, वर्गों में और अशिक्षित मुस्लिम समुदाय में भी आदिम काल का सोच बिद्यमान है। या तो शख्त कानून बने या हर वर्ग के लोगों को शिक्षित किया जाना चाहिए। जय हिंद।

Bhaskar Mitra_3
Bhaskar Mitra 5 साल 10 महीने पहले

PANIKE BABHAR MA CONTROL NEHI HA. ISTARAHSE PANI NAST HIRAHAHE KE DHEKHNE SE HOSE UR JAYEGA. SPECIALLY IN RURAL AREA. PURE NOL KHULI KI KHULI RAHTAHE. KISIVI BAKTI KA KOHI HUS NEHI HA.

RAVI KUMAR PATEL_9
RAVI KUMAR PATEL 5 साल 10 महीने पहले

Recpected sir
manniye prandhan mantri ji.. apse se annurodh hai ki jo bhi sarkari sansthay hai jaose ki peteoleum aaur gas agency inme lage hue employe ki jo salary hoti hai unke hi acxount mein aani chahiye.. iss par koi bhi dhyan nahi dete... private sector main aam adhmi koi financial support bhi bahut dikkat aati hai thoda iis bare mein aap vishar kariye...

srinivas17
Gundappa Srinivas 5 साल 10 महीने पहले

Bharat Ratna awarded to Acharya S N Goenka of Vipasanna and HH Dalai Lama also rename IRMA has DrVKRMA or DrVKIRMA

Aditya chandra divakar
Aditya chandra divakar 5 साल 10 महीने पहले

Respected prime minister
Please pay your attention towards education sector.
Government schools are dying. Children of poor people are not able to go to private school due to high educational fee.
Teacher's are working hard but they are unskilled and untrained.
Children of poor people are looking towards you..they have also a right of good education.
Private coaching are mushrooming every where and they are leeching hard money of common people.
Plz sir pay attention towards this problem.

goyalvijay51@gmail.com
Vijay Goyal 5 साल 10 महीने पहले

प्रधान मंत्री जी,
पानी की समस्या+ पर्यावरण, और प्राकृतिक आपदाओं को रोकने का एक ही उपाय है ---पेड़ लगाना--और इसे जनता से जोड़ कर एक आंदोलन बना देना,

पेड़, वर्षाजल को भूमि में भेजते है,जड़ों से जमीन को जकड़ कर धसकने से बचाते हैं, और वायु को शुद्ध करते हैं
जनता को इस मुहिम में जोड़ने से सरकार पर बिना अधिक बोझ पड़े समस्या 3 से 5 वर्ष में हल होनी शुरू हो जायेगी।
पहले बच्चे के जन्मदिन पर उसके नाम से पेड़ लगाये जाते थे ,बच्चों का जुड़ाव प्रकृति से होता था।
कृपया इस आसन हल पर विचार करें
सधन्यवाद
विजय गोयल।

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