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Smart City Jaipur

आरंभ करने की तिथि :
Sep 29, 2015
अंतिम तिथि :
Oct 16, 2015
00:00 AM IST (GMT +5.30 Hrs)
Jaipur has been selected in the list of 100 Smart cities under the Smart City Mission of Ministry of Urban Development (MoUD), Government of India launched in June 2015. Moving ...
All the new roads should be constructed with cement. It will incur more capital at first but it requires less maintenance and it lasts 5 times more than the tar road.
Metro from mansarovar to chandpole should be cancelled as it is incurring loss due to less fright, instead another metro phase should be started from chaksu to ajmeri gate as this is the route with most traffic. And to make people to opt metro, illegal transport should be ceased at this route, immediately.
यदि हम सफाई रखेंगे तो हर सिटी अपने आप स्मार्ट सिटी बन जाएगी । स्मार्ट लोगो की सोच होनी चाहिए फिर सिटी ही क्या पूरा देश अपने आप स्मार्ट हो जायेगा ।
बात एसी हे की चाहे कितनी ही स्मार्ट सिटी बन जाए । सरकार चाहे सभी चीजे कर भी दे । तो भी कुछ नही होगा । क्योकि लोग तो सही नही हुए ना वो तो वेसे ही हे हर जगह गुटखा खा कर थुक देना ,कचरा फेक देना ।स्मार्ट सिटी बनाने से पहले इनका निवारण होना चाहिए । स्मार्ट सिटी गुटखा,बीडी,सिगरेट, आदि को या तो प्रतिबंद किया जाए या इन्हें कही भी थुके जाने पर fine मारा जाए । कचरा फेकने पर भी F.I.R. होनी चाहिए । वरना स्मार्ट सिटी बनने के बाद भी वो थोड़े दिनों में वापस वो ही सिटी हो जाएगी ।
Green Jaipur-
Lots of Greenery,Public park and potholes free road has always attracted people. Similarly it will always attract big companies to settle in Jaipur and to give lots of jobs to youth of Rajasthan.
Neat,Clean and green infrastructure is the backbone of a developed city and these things need to be taken into consideration while jaipur is proudly announced as one of smart city.
Another issue which Jaipur need to tackle smartly is Traffic control.
Apart from main city , there is lot of chaos in other parts of city. Tonk road(after sanganer flyover towards paratp ngr) is one of the best example where traffic police are rare to see. As a result, frequent traffic jam.No fear of traffic police has given guts to public to break traffic rules.
Also, even when traffic police is present, they normally stands 100 mtr ahead of traffic lights irrespective of the jam.
For Jaipur to be considered as smart city, Rajasthan Government need to start work on basic things.
1.) Clean Jaipur- I think still we are lacking the tag of clean Jaipur, Many good localities are facing the issue of littered garbage and that too at every 500-600 mtrs.
PFA image of kaveri_path, Swarn_path.
Where this view is common, and that too when we are in phase-1 of clean India.
A simple solution to avoid this dirty view to place garbage containers at every corners of localities.PFA box
शासन अगर - शोषण और शुष्कता के स्थान पर देने की भावना रखेगा तो नागरिक भी वैसे ही उदार- मना बनेंगे। स-शुल्क की जगह निःशुल्क पार्किंग , पेयजल , रैनबसेरे , पियाऊ , फलदार वृक्ष इत्यादि सुविधाएं अगर रखी जाएँगी तो इनका नागरिकों पर उदार प्रभाव पड़ता है । अगर कुछ शुल्क लेने की जरूरत हो तो दान -पात्र रखें जाएँ , जिसमें "ईश्वर के नाम पर" उस व्यवस्था के खर्च में सहयोग की नागरिकों से अपील की जाये। सादगी ,संयम , सदाचार को बढ़ाया जाये। विज्ञापनो और बाजार संस्कृति पर रोक हो।
सभ्य नागरिकों पर यदि दण्ड की नीति का कठोरता से पालन किया जाता है तो वो उद्दण्ड और उच्श्रंखल नागरिक बन जाते हैं। उन्हें अच्छा बनने हेतू , प्रेरित करने के लिए "छूट " दिए जाने जैसे प्रावधान अमल में लाये जाएं। सड़को के किनारे फलदार वृक्ष लगायें जाएँ न कि नपुंसक अ-फलदार वृक्ष । अन्यथा ऐसे ही व्यक्तियों का स्वाभाव हो जाता है। शुष्क और कठोर - फल हीन। आस पास के वातावरण और उच्च पदाधिकारियों के व्यवहार और शोषण का गहरा असर नागरिकों पर पड़ता है। शासन अगर - शोषण और शुष्कता के स्थान पर देने की भावना रख
नागरिकों के व्यवहार में सुधार हेतु - अच्छे नागरिक बनाने हेतू समुचित और क्रांतिकारी उपाय अपनाये जाने की आवश्यकता है। धर्म और सादगी को बढ़ावा दिया जाये। भगवान का डर बताया जाये न कि कानून का। स्कूलों में बचपन से गीता, रामायण , वेद , शास्त्र , उपनिषद जैसे ग्रन्थों की पढ़ाई अनिवार्य की जाये तथा कक्षा १२ तक शिक्षा का माध्यम केवल हिन्दी अथवा मातृभाषा में ही हो। अंग्रेजी भाषा के पठन-पाठन और उपयोग पर पूर्ण प्रतिबन्ध लगा दिया जाये। बिजली, पानी जैसे बिलो आदि में जुर्माना न लगाया जाये । सभ्य नागरिकों
नागरिको की सुरक्षा व कानून व्यवस्था के सुधार हेतू - धार्मिकता को बढ़ावा दिया जाये । कानून के बजाये , ईश्वर का डर दिखलाया जाये । सादगी , संयम , सदाचार को बढ़ावा दिया जाना चाहिए । सामान्य नागरिकों पर दण्ड आरोपित ना किया जाये। उन्हें समझाईस दी जाकर व अन्य तरह से मौके दिए जाये। जबकि जघन्य अपराधियों को कठोर से कठोर दण्ड दिए जाये। उनके लिए - आँख के बदले आँख जैसी दंड नीति का पालन किया जाये।