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1.An example to quote is if the child’s fingers does not scan properly, or the child’s iris being distracted and inability to capture the iris scan and many more. Thus, the initial process being laborious and many a times being “Rejected”.
2.As the child’s adhaar is being enrolled for second time, the second process may or may not be “Approved” in this case, the initial enrollment stands “Rejected” and 30 such instances make the operator liable to be disqualified for a reasonable period of time.
At the outset, allow me to thank you for the opportunity to vent out our grievances towards the Adhaar enrollment processes, though we believe have been made with the best of the nation’s intentions, unfortunately, there are huge loopholes and discrepancies that need the utmost attention. We are an authorized Adhaar enrolment agents operating out of Kerala and we have been in the e-services for almost three decades providing various services to students, and citizens alike. We have huge responsibility and take great pride in performance of our civic duties.
Our grievances are therefore being listed below and we seek the Prime Minister’s utmost attention into this matter and solicit his response.
As an adhaar enrollment agent ourselves, it has been found at numerous occasions that when an infant/child is being enrolled for Adhaar, for the very first time, many a times, the enrollment process becomes a lengthy process due to various reasons beyond an enrollment agent’s control.
Addressing the One Nation, One Election initiative in Mann Ki Baat can engage citizens in understanding the potential transformation in India’s electoral landscape. By emphasizing the benefits, addressing concerns, and promoting civic engagement, this discussion can pave the way for a more efficient and stable democratic process, aligning with the broader vision of good governance and national progress.
Hi sir this is janamejayan p from Tamil nadu I want to share out the particular private sector bank YESBANK.
for your reference.
I attached copy below your reference
Encourage citizens to adopt holistic healthcare practices like Ayurveda, Yoga, and other AYUSH methods for well-being.
आदरणीय प्रधानमंत्री जी,
देश के दिव्यांगजनों को लेकर आप बहुत संवेदनशील हैं एवं उनके जीवन सुधार हेतु किये गए प्रयास सराहनीय है। इसी क्रम में बहरेपन(Hearing Impaired) के शिकार बच्चों एवं उनके परिजनों की समस्याओं की तरफ आपका ध्यान दिलाना चाहता हूँ। इस प्रकार के बच्चों का एकमात्र इलाज Cochlear Implant है जिसकी कीमत हमारे देश में बहुत अधिक (कम से कम 600000 रू) है। सरकारी सहायता से इलाज करवाने में समय अधिक लगता है एवं औपचारिकता भी ज्यादा है। एक बार सहायता से इलाज करवा भी लिया जाये तो उसकी रखरखाव व मरम्मत की लागत बहुत अधिक है (जैसे बैटरी-17000, Coil- 8000, Coil Cable-4600) छोटी छोटी चीजों की कीमत बहुत ज्यादा हैं। जिसकी वजह से Implant होने के बाद भी मशीन खराब होने या Assesories के अभाव में बच्चा सुनने से वंचित रह जाता है और सामान्य जीवन नहीं जी पाता है।अतः आपसे करबद्ध निवेदन है कि Cochlear implant की कीमत कम करवाने के साथ साथ assesories की कीमत कम करवाने की कृपा करें जिससे मूक बधिर बच्चे भी सुन सके एवं बोलने तथा सामान्य जीवन जीने में सक्षम हो सके।इस प्रकार के बच्चे आपकेआभारी होंगे
आदरणीय प्रधानमंत्री जी,सादर नमस्कार!
दिव्यांगजनों को लेकर आप बहुत संवेदनशील हैं एवं उनके जीवन सुधार हेतु किये गए प्रयास सराहनीय है।इसी क्रम में बहरेपन(Hearing Impaired) के शिकार बच्चों एवं उनके परिजनों की समस्याओं की तरफ आपका ध्यान दिलाना चाहता हूँ। इस प्रकार के बच्चों का एकमात्र इलाज Cochlear Implant है जिसकी कीमत हमारे देश में बहुत अधिक(कम से कम 600000 रू) है। सरकारी सहायता से इलाज करवाने में समय अधिक लगता है एवं औपचारिकता भी ज्यादा है। एक बार सहायता से इलाज करवा भी लिया जाये तो उसकी रखरखाव-मरम्मत की लागत बहुत अधिक है (जैसे बैटरी-17000, Coil- 8000, Coil Cable-4600) छोटी छोटी चीजों की कीमत बहुत ज्यादा हैं।ये दिनों-दिन बढती जा रही है।जिसकी वजह से Implant होने के बाद भी मशीन खराब होने या Assesories के अभाव में बच्चा सुनने से वंचित रह जाता है और सामान्य जीवन नहीं जी पाता है।अतः आपसे करबद्ध निवेदन है कि Cochlear implant की कीमत कम करवाने के साथ साथ assesories की कीमत कम करवाने की कृपा करें जिससे मूक बधिर बच्चे भी सुन सके एवं बोलने तथा सामान्य जीवन जीने में सक्षम हो सके।बच्चे आपके आभारी
आदरणीय प्रधानमंत्री जी,सादर नमस्कार!
देश के दिव्यांगजनों को लेकर आप बहुत संवेदनशील हैं एवं उनके जीवन सुधार हेतु किये गए प्रयास सराहनीय है। इसी क्रम में बहरेपन(Hearing Impaired) के शिकार बच्चों एवं उनके परिजनों की समस्याओं की तरफ आपका ध्यान दिलाना चाहता हूँ। इस प्रकार के बच्चों का एकमात्र इलाज Cochlear Implant है जिसकी कीमत हमारे देश में बहुत अधिक (कम से कम 600000 रू) है। सरकारी सहायता से इलाज करवाने में समय अधिक लगता है एवं औपचारिकता भी ज्यादा है। एक बार सहायता से इलाज करवा भी लिया जाये तो उसकी रखरखाव व मरम्मत की लागत बहुत अधिक है (जैसे बैटरी-17000, Coil- 8000, Coil Cable-4600) छोटी छोटी चीजों की कीमत बहुत ज्यादा हैं। जिसकी वजह से Implant होने के बाद भी मशीन खराब होने या Assesories के अभाव में बच्चा सुनने से वंचित रह जाता है और सामान्य जीवन नहीं जी पाता है।अतः आपसे करबद्ध निवेदन है कि Cochlear implant की कीमत कम करवाने के साथ साथ assesories की कीमत कम करवाने की कृपा करें जिससे मूक बधिर बच्चे भी सुन सके एवं बोलने तथा सामान्य जीवन जीने में सक्षम हो सके।इस प्रकार के बच्चे आपकेआभारी होंगे
While municipal corporations have system of garbage collection , panchayats do not have
India is #1 plastic polluter of the world