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Aadarniy Pradhanmantri ji ,,🙏
Kya aapko lagta hai ki Atal Vatsalya Yojana se un bacchon ko Parivar wala sneh mil payega Jo is Corona kal Main Apne Maa- Baap Se Juda ho gye hai.
Or ye kaha tak such h kind log bachchon ko god isliye let rhe ki uhe dhanlabh ho ske.
Main ye bat isiliye kahna chahating hu kyuki main bhi ak beti god Lena chahti hu pr ab smaj ki soch dekhkar ye vichar tyagne ka mn krta hai. Jruri to nhi har ak Bharatvashi beiman ho.
Dhanywad
मन की बात क् आज के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री जी ने लोगों से बात की वैक्सीन के लिए प्रोत्साहित किया और लोगों से ही लोगों का भ्रम दूर करवाया जोकि पूरे देश में इस प्रकार के लोगों के लिए संदेश है जो वैक्सीन से घबरा रहे हैं जो भी कोई इस संदेश को सुनेगा उसका डर दूर हो जाएगा और जागरूकता के आधार पर वैक्सीन लगवाऐगा व औरों को भी प्रेरित करेगा क्योंकि वैक्सीन लगवाने के बाद आतम शक्ति प्राप्त होती है और कोरोना जैसी महामारी के लिए व्यक्ति मजबूत हो जाता है वह बीमारी का डटकर मुकाबला करता है बीमारी से बचा रहता
મિશન આર્થિક સંપ્પન ભારત
સુક્માઈ રિટેઇલ સુરત ગુજરાતનું આખા ભારતના ૧૦૦% ગ્રાહકોને ઉપયોગી જનધન પોકેટ, એટલે કે ૧૦૦% ભારતીય ગ્રાહકોને મૃત્યુના છેલ્લા દિવસ સુધી ઓટોમેટિક સતત વધતી જતી કમાણી આપતી પૈસાની પાઇપ લાઈન, ૧૦૦% ખર્ચાઓ કરનારા ફક્ત ભારતીય ગ્રાહકોને માટેજ.
મારા ભારતના તમામ પ્યારા ગ્રાહકો, મિત્રો, ભાઈઓ, બહેનો, વડીલો, યુવાનો, સુરત ગુજરાતથી " સુક્માઈ રિટેઇલ " ના " જનધન
जीवन की कहानी , अधुरी है बिन पानी
बचा लो पानी , जो है जीवन की निशानी
अब तो ना करो नादानी, वरना मिट जायेगी इसकी निशानी
बस अब बचा लो पानी, बस अब बचा लो पानी
Dear sir , meri trf se choti se peskas
शुभ रात्रि
very good
आदरणीय प्रधान मंत्री जी चरण स्पर्श ।
आपके पहले प्रश्न का उत्तर है - श्रीमान मेजर ध्यानचंद
आपके दूसरे प्रश्न का उत्तर है - हाँकी (11 पदक)
आपके तीसरे प्रश्न का उत्तर है - माइकल फेल्प्स
महोदय मै आप से बहुत प्रभावित रहता हूं । भारत के महापुरुषों के लिए जो सम्मान आपके दिल मे वो बहुत सराहनीय है । अब कोविड की लहर कम हो रहा है । जो शुभ संकेत है । दुनिया के साथ कदम से कदम बढने का । शुभ रात्री । जय हिन्द भारत माता की जय
अगर हमें हमेशा खुश और स्वस्थ रहना है तो हमें स्वार्थी और गलत कार्यों को रोकने के साथ-साथ अपने ग्रह को बचाना होगा और इस सुंदर प्रकृति को अपने लिये बेहतर करना होगा। पारिस्थितिकीय तंत्र को संतुलित करने के लिये हमें पेङों और जंगलो की कटाई रोकनी होगी, ऊर्जा और जल का संरक्षण करना होगा आदि। अंत में प्रकृति के असली उपभोक्ता हम है तो हमें ही इसका ध्यान रखना चाहिये।
धरती पर जीवन जीने के लिये भगवान से हमें बहुमूल्य और कीमती उपहार के रुप में प्रकृति मिली है। दैनिक जीवन के लिये उपलब्ध सभी संसाधनों के द्वारा प्रकृति हमारे जीवन को आसान बना देती है। एक माँ की तरह हमारा लालन-पालन, मदद, और ध्यान देने के लिये हमें अपने प्रकृति का धन्यवाद करना चाहिये।
अगर हम सुबह के समय शांति से बगीचे में बैठे तो हम प्रकृति की मीठी आवाज और खूबसूरती का आनन्द ले सकते है। हमारी कुदरत ढ़ेर सारी प्राकृतिक सुंदरता से सुशोभित है जिसका हम किसी भी समय रस ले सकते है।
प्रकृति वह प्राकृतिक वातावरण है जो हमें घेरता है, हमारी देखभाल करता है और हर पल हमारा पोषण करता है। यह हमें नुकसान से बचाने के लिए हमारे चारों ओर एक सुरक्षात्मक परत प्रदान करता है। हम हवा, जमीन, पानी, आग और आकाश जैसी प्रकृति के बिना पृथ्वी पर जीवित नहीं रह सकते हैं।