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न्यू इंडिया लिटरेसी प्रोग्राम के लिए एक नारा दें
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शिक्षा किसी भी राष्ट्र के विकास की प्रेरक शक्ति होती है। प्रत्येक ...
शिक्षा किसी भी राष्ट्र के विकास की प्रेरक शक्ति होती है। प्रत्येक साक्षर नागरिक देश की संपत्ति है। 21वीं सदी में भी, जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में डिजिटल तकनीक के आने के बावजूद, भारत की बड़ी आबादी साक्षर नहीं हैं। शिक्षा प्राप्त करने में पिछड़ने वाले 15 वर्ष से अधिक आयु के इन लोगों को शिक्षा प्राप्त करने का अवसर प्रदान करने के लिए, भारत सरकार ने भारत को पूर्ण साक्षर बनाने के उद्देश्य से 2022 से 2027 तक 'द न्यू इंडिया लिटरेसी प्रोग्राम' (एनआईएलपी) अथवा नव भारत साक्षरता कार्यक्रम शुरू किया है।
यह कार्यक्रम मुख्य रूप से ऑनलाइन अथवा डिजिटल मोड में स्वयंसेवा के माध्यम से शिक्षण पर आधारित होगा। योजना के लिए बनाए गए मोबाइल ऐप पर शिक्षार्थियों और स्वयंसेवकों का ऑनलाइन पंजीकरण किया जाएगा। शिक्षण और अधिगम सामग्री स्थानीय भाषाओं में मोबाइल ऐप के माध्यम से एनसीईआरटी के दीक्षा पोर्टल पर उपलब्ध होगी। शिक्षार्थियों को महत्वपूर्ण जीवन कौशल के साथ मूलभूत साक्षरता और संख्या ज्ञान प्राप्त करने के बाद मूल्यांकन परीक्षा के पश्चात प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा।
NILP सार्वजनिक भागीदारी वाला कार्यक्रम है और राष्ट्र निर्माण की इस कवायद में स्वयंसेवकों की भागीदारी को महसूस करता है। 'सभी के लिए शिक्षा' के सपने को साकार करने के लिए इन स्वयंसेवकों में छात्र/बच्चे, शिक्षक, गृहिणी, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता, एनवाईएसके, एनएसएस, एनसीसी स्वयंसेवक, परोपकारी संगठन आदि शामिल हो सकते हैं। NILP के कार्यान्वयन के लिए कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) गतिविधियों की योजना कॉरपोरेट्स द्वारा बनाई जा सकती है।
इस योजना का उद्देश्य न केवल मूलभूत साक्षरता और संख्या ज्ञान प्रदान करना है बल्कि ऐसे अन्य घटकों को भी शामिल करना है जो 21वीं सदी के नागरिक के लिए आवश्यक हैं जैसे कि महत्वपूर्ण जीवन कौशल (वित्तीय साक्षरता, डिजिटल साक्षरता, वाणिज्यिक कौशल, स्वास्थ्य देखभाल और जागरूकता, बाल देखभाल और शिक्षा, और परिवार कल्याण सहित); व्यावसायिक कौशल विकास (स्थानीय रोजगार प्राप्त करने की दृष्टि से); बुनियादी शिक्षा (प्रारंभिक, मध्य और माध्यमिक स्तर की समकक्षता सहित) एवं सतत शिक्षा (कला, विज्ञान, प्रौद्योगिकी, संस्कृति, खेल और मनोरंजन के साथ-साथ महत्वपूर्ण जीवन कौशल पर अधिक उन्नत सामग्री जैसी स्थानीय शिक्षार्थियों की रुचि या उपयोग के अन्य विषयों में समग्र प्रौढ़ शिक्षा पाठ्यक्रम सहित)।
इस कार्यक्रम से सभी व्यक्तियों को बुनियादी शिक्षा कौशल के साथ सशक्त बनाने का प्रयास किया जा कर रहा है ताकि वे न केवल अपने जीवन को बदल सकें बल्कि समाज को भी लाभान्वित करें। इससे नव शिक्षार्थियों का आत्मविश्वास, आत्म-सम्मान और आत्मनिर्भरता भी बढ़ेगी।
स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग, शिक्षा मंत्रालय और MyGov नागरिकों को नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के लिए एक स्पष्ट स्लोगन बनाने जो शिक्षार्थियों और स्वयंसेवकों को योजना से लाभान्वित होने के लिए प्रेरित करने हेतु एक लोकप्रिय कैच लाइन बन सकता है, में भाग लेने के लिए आमंत्रित करता है।
प्रविष्टियां जमा करने की अंतिम तिथि 22 जनवरी 2023 है।
पुरस्कार:
प्रथम, द्वितीय और तृतीय पुरस्कार (प्रमाण पत्र सहित) इस प्रकार होंगे:
क. विजेता के लिए पुरस्कार: 5,000 / - रुपए
ख. उप-विजेता के लिए द्वितीय पुरस्कार: 3,000 / - रुपए
ग. द्वितीय उप-विजेता के लिए तृतीय पुरस्कार: 2,000
नियम और शर्तों के लिए यहां क्लिक करें - PDF 114KB