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बुजुर्गों की स्वास्थ्य देखभाल के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम के अंतर्गत तृतीयक गतिविधियों के लिए प्रस्तावित योजना हेतु शीर्षक सुझाएँ
बुजुर्गों के स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं को देखते हुए उन्हें व्यापक ...
बुजुर्गों के स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं को देखते हुए उन्हें व्यापक स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करने के लिए ‘बुजुर्गों की स्वास्थ्य देखभाल के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम’ (एनपीएचसीई), स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा किया गया एक विनम्र प्रयास है। भविष्य में बुजुर्ग जनसंख्या में वृद्धि होना अनिवार्य है, इसलिए इस तथ्य पर जोर देना बहुत जरूरी है कि विकलांगता और बीमारी बुढ़ापे का हिस्सा नहीं है और निश्चित रूप से हमें स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान करने की जरूरत है। सक्रिय और स्वस्थ बुढ़ापे की अवधारणा को न केवल बुजुर्गों के बीच बल्कि युवा समूहों में भी बढ़ावा दिया जाना चाहिए जिसमें प्रचार, निवारण और पुनर्वास के पहलु भी शामिल हैं।
एनपीएचसीई का उद्देश्य 24 राज्य/केन्द्र शासित प्रदेशों में 104 जिला अस्पताल, 930 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, 4439 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र और 28767 उप केन्द्रों के माध्यम से स्वास्थ्य देखभाल वितरण प्रणाली के विभिन्न स्तरों पर वरिष्ठ नागरिकों को एक विशेष और व्यापक स्वास्थ्य देखभाल प्रदान करना है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय केन्द्र और अतिरिक्त क्षेत्रीय वृद्धावस्था केन्द्रों की स्थापना करके बुजुर्गों की स्वास्थ्य देखभाल के लिए, एक नई योजना की शुरुआत की जा रही है। 75 वर्ष से ऊपर की आबादी इस कार्यनीति के केन्द्र में होगी।
भारत के सभी नागरिकों को इस कार्यक्रम के लिए उपयुक्त शीर्षक सुझाने के लिए आमंत्रित किया जा रहा है।
चयनित तीन सर्वश्रेष्ठ शीर्षकों को प्रोत्साहन स्वरुप प्रशंसा प्रमाण पत्र और नकद पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
प्रविष्टि भेजने की अंतिम तिथि 19 दिसम्बर 2014 है।
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