Home | MyGov

Accessibility
ऐक्सेसिबिलिटी टूल
कलर एडजस्टमेंट
टेक्स्ट साइज़
नेविगेशन एडजस्टमेंट

राष्ट्रीय अभिलेखागार हेतु प्रतीक चिह्न का डिजाइन बनाएं और वाक्यांश (टैगलाइन) सृजित करें

Design an Emblem and Create a Tagline for National Archives of India
आरंभ करने की तिथि :
Feb 16, 2015
अंतिम तिथि :
Mar 02, 2015
11:00 AM IST (GMT +5.30 Hrs)
प्रस्तुतियाँ समाप्त हो चुके

राष्ट्रीय अभिलेखागार भारत सरकार के असामयिक अभिलेखों का भंडारगृह है ...

राष्ट्रीय अभिलेखागार भारत सरकार के असामयिक अभिलेखों का भंडारगृह है और यह प्रशासकों तथा शोधार्थियों के प्रयोग के लिए इन्हें न्यास के रूप में रखता है। यह संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार का संबद्ध कार्यालय है ।

इसे 11 मार्च 1891 को कलकत्ता (कोलकाता) में इम्पीृरियल रिकार्ड डिपार्टमेंट के रूप में स्थापित किया गया था। 1911 में राष्ट्रीय राजधानी के कलकत्ता से नई दिल्ली में स्थानांतरण के पश्चाात् इसे 1926 में जनपथ और राजपथ के क्रासिंग पर वर्तमान भवन में स्थानांतरित किया गया था। लोक अभिलेख अधिनियम, 1993 और लोक अभिलेख नियमावली, 1997 के क्रियान्वखयन हेतु नोडल एजेंसी के रूप में राष्ट्रीय अभिलेखागार केंद्र सरकार और सार्वजनिक उपक्रमों के अभिलेखों के प्रबंधन को सरल ओर कारगर बनाने के लिए उत्त्रदायी है।

विस्तृकत ब्यौरे के लिए हमारी वेबसाइट www.nationalarchives.nic.in देखें।

लोक अभिलेखों के अतिरिक्त, राष्ट्रीय अभिलेखागार में भारत के प्रसिद्ध व्यक्तिकयों के निजी दस्तावेजों का भी संग्रह है।

राष्ट्रीय अभिलेखागार विभाग की 125वीं वर्षगांठ पर वाक्यांश (टैगलाइन) के साथ प्रतीक चिह्न की डिजाइन हेतु प्रविष्टिगयां आमंत्रित करता है।

भारतीय नागरिकों से वाक्यांश (टैगलाइन) के साथ उपयुक्त् प्रतीक चिह्न के डिजाइन/सुझाव आमंत्रित किए जाते हैं ताकि राष्ट्र की अभिलेखीय विरासत के परिरक्षण हेतु जागरूकता पैदा की जा सके।

प्रविष्टि प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि 2 मार्च 2015 है।

चयनित प्रविष्टि को 50,000/- रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा।

तकनीकी प्राचल और मूल्‍यांकन मापदंड के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए यहाँ क्लिक करें।

कार्य संचालक

श्री राजमणि
अभिलेख सहायक निदेशक
इ मेल: naiwebcoordinator@gmail.com

इस कार्य के लिए प्राप्त हुई प्रविष्टियाँ
1327
कुल
312
स्वीकृत
1015
समीक्षाधीन
312 सबमिशन दिखा रहा है
altreatservices@rediffmail.com
Laxmikant Jain 10 साल 4 महीने पहले

Our focus is the promotion and development of the country's art sumptuous traditional culture preserved

tips | Keyboard