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क्या आप स्वतंत्रता आंदोलन के गुमनाम नायकों के बारे में जानते हैं? हमें बताइए!

आरंभ करने की तिथि :
Aug 06, 2021
अंतिम तिथि :
Aug 15, 2022
23:45 PM IST (GMT +5.30 Hrs)
भारत की आजादी का अमृत महोत्सव समारोह के हिस्से के रूप में, भारत की ...
मध्यप्रदेश के झाबुआ जिले के महान स्वतंत्रता सेनानी चंद्रशेखर आजाद
मध्य प्रदेश बड़वानी जिला के जनजाति आदिवासी समुदाय के महान स्वतंत्रता सेनानी भीमा नायक l मध्य प्रदेश जबलपुर क्षेत्र के गोंड जनजातीय समुदाय के स्वतंत्रा सेनानी पिता-पुत्र शंकर शाह और रघुनाथ शाह
भारतीय स्वतंत्रा सेनानी वीरांगना झलकारी बाई झांसी
Like the power of sardar Vallabhbhai Patel
- one leader should arise in India
Hamare mahan krantikari netao ko salam jinhone apne dam par aaj hme aajadi dilai or aaj ham sbhi aajad hai.bs itna hi kahna chahuga.
गुमनाम का अर्थ ही है कि नाम नहीं काम /योगदान महत्व पूर्ण होता है।
आजादी के आंदोलन में ऐसे अनेक व्यक्ति रहे होंगे जो प्रत्यक्ष नहीं परोक्ष
रूप से आंदोलन में भागीदार हुए होंगे। वे सभी व्यक्ति आदर के पात्र हैं।
एक उदाहरण :
जब मैं आठवीं कक्षा में थी तब मेरी गणित की अध्यापिका ने ऐसी कुछ नारियों के विषय में बताया जो आंदोलन के वीरों के लिए भोजन, कपड़े आदि का प्रबंध करने में दिन रात लगी रहती थी। देश को आजाद करवाने में उनका ये योगदान अनदेखा नहीं किया जा सकता।
प्रतिभागी का नाम: ममता दलाल
Name: Madhavi Nanal
Place: Mumbai, Mahim West
State: Maharashtra
Email id: nanalmadhavi@gmail.com
Write up in work done by Narayan Khare in music with Gandhi ji
Lokaantar senani sangathan is also activ in haryana
Sri Yerra Ramarao and Sri Kasina Lakshmana swami are two prominent freedom fighters from Payakaraopeta of Anakapalle district of Andhra Pradesh. They together lead other people and carried out Salt Satyagraha at a nearer coastal city named Pentakota. In this way they contributed to the freedom movement of India.
Even after independence Sri Yarra Ramarao was highly oriented towards the social reforms. He was responsible for Weavers society for handloom workers and Government Junior College in Payakaraopeta and never expected any thing back from his country.
पुस्तक में बिश्नी देवी शाह की कहानी है, जो एक ऐसी महिला थीं, जिन्होंने उत्तराखंड में बड़ी संख्या में लोगों को स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल होने के लिए प्रेरित किया। सुभद्रा कुमारी चौहान सबसे महान हिंदी कवियों में से एक थीं, जो स्वतंत्रता आंदोलन में भी एक प्रमुख हस्ती थीं। दुर्गावती देवी वह बहादुर महिला थीं, जिन्होंने जॉन सॉन्डर्स की हत्या के बाद भगत सिंह को सुरक्षित निकलने में मदद की