Home | MyGov

Accessibility
ऐक्सेसिबिलिटी टूल
कलर एडजस्टमेंट
टेक्स्ट साइज़
नेविगेशन एडजस्टमेंट

डिजिटल पहचान के रूप में मोबाइल

Mobile as Digital Identity
आरंभ करने की तिथि :
Feb 02, 2015
अंतिम तिथि :
Feb 02, 2015
10:45 AM IST (GMT +5.30 Hrs)
प्रस्तुतियाँ समाप्त हो चुके

आधार, जिसका यूआईडीएआई द्वारा एक अधिप्रमाणन तंत्र (ऑथेंटीकेशन ...

आधार, जिसका यूआईडीएआई द्वारा एक अधिप्रमाणन तंत्र (ऑथेंटीकेशन मैकेनिज़म) के तौर पर पहले से ही प्रावधान किया गया है, का इस्ते्माल करते हुए ऑनलाइन अधिप्रमाणन को व्यक्तियों के मोबाइल नम्बरों को उनकी आधार नम्बरों के साथ जोड़े जाने पर सीवनहीन (सीमलेस) बनाया जा सकता है । इससे प्रत्येक लेन-देन के लिए आधार नम्बर देने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी क्योंकि मोबाइल नम्बर आधार नम्बर से संबंध होगी।

अवधारणा पेपर के संबंध में विचारों और सुझावों का स्वागत है कि मोबाइल नम्बर और आधार नम्बर को कैसे जोडा जा सकता है ताकि मोबाइल नम्बरों का इस्ते‍माल व्यक्तियों की पहचान के लिए ऑनलाइन इलेक्ट्रॉकनिक ऑथेंटीकेशन हेतु एक साधन के तौर पर किया जा सके।

सुझावों में तकनीकी संरचना और समाधान, इस्तेमाल सबंधी उदाहरण, नीतिगत दिशा निर्देश, प्रक्रियागत सुधार, कार्यान्वेयन तंत्र आदि शामिल किए जा सकते हैं।
आप अपनी टिप्पणियां 12 फ़रवरी 2015 तक भेज सकते हैं।

"डिजिटल पहचान के रूप में मोबाइल " पर श्वेत पत्र के बारे में अधिक जानकारी यहाँ से प्राप्त करें: https://mygov.in/frontendgeneral/pdf/white-paper-mobile-as-digital-ident...