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Gandhi@150 के अवसर पर समारोह

आरंभ करने की तिथि :
Aug 09, 2019
अंतिम तिथि :
Jan 30, 2020
23:45 PM IST (GMT +5.30 Hrs)
जिस महान व्यक्तित्व ने पूरी दुनिया को बताया कि सौम्यता व विनम्रता से ...
अफ्रीकन ब्रेड फ्रूट के 130 करोड़ पेड़ 20 करोड़ टन प्रोटीन समृद्ध खाद्यान्न का उत्पादन कर सकते हैं। परन्तु इसके लिए इस आलेख को मीडिया में प्रकाशित करा कर इसका क्रियान्वयन कर प्रायोगिक धरातल पर उतारना पडेगा। सुनियोजित पौधरोपण से कुपोषण और बेरोजगारी की समस्या को हल किया जा सकता है। इससे किसानों की आय मे भी कई गुना की वृद्धि की जा सकती है। कृपया इन शोध पत्रों को प्रकाशित करा कर गवर्नमेंट तंत्र और समाज में छिपे आतंकवादियों से हमारी रक्षा करें।
आदरणीय प्रधानमंत्री जी, हम लोग सुनियोजित पौधरोपण से अपने देश को 15 वषोॅ में एक पूर्ण विकसित देश बना सकते हैं। देश के विभिन्न जलवायु क्षेत्रों में उग सकने वाले हजारों प्रकार के फल, सब्जी , साग, खाद्य तेल, अनाज व औषधियाँ प्रदान करने वाले वृक्ष व झाडियों को सड़क, नहर, रेलवे, व नदी, नालों के किनारे लगाकर आवश्यकता से अधिक विभिन्न वस्तुओं का उत्पादन किया जा सकता है। माया ब्रेड नट के 130 करोड़ पेड़ 40 करोड़ टन खाद्यान्न का उत्पादन कर सकते हैं।सफाउ फल के 130 करोड़ पेड़ 15 करोड़ टन खाद्य तेल, अफ्रीकन ब्र
आदरणीय प्रधानमंत्री जी, यदि आप हमारे शोध पत्रों को मीडिया में प्रकाशित करा दें तो हम लोग पानी और ऊर्जा की समस्या को हमेशा के लिए हल कर सकते हैं। इन्सूलेटेड प्लेटों की सहायता से बाह्य वैद्युत क्षेत्र लगाकर समुद्री पानी से आयनों को अलग करके पीने योग्य शुद्ध पानी प्राप्त होगा। इस प्रक्रिया में कोई विशेष ऊर्जा भी नहीं लगेगा। इसी प्रक्रिया से शुद्ध पानी से हाइड्रोजन आयन और हाइड्राक्सिल आयनों को अलग करके असीमित ऊर्जा भी प्राप्त किया जा सकता है। सुविधा मिले तो हम लोग कई प्रकार के सड़ने वाले प्लास्टिको
मेरी वास्तविक राजनीति ही रचनात्मक कार्य है" बापू का ये कथन वाकई अहमियत रखता है, संसार की कोई बात जो इंसान को अहम बनाने मे महारत रखती है बापू ने अपनी जीवनी मे उसका पुरेपूर उपयोग किया। उन्होने उच्च शिक्षा प्राप्त की,विवाह किया,धार्मिक अध्ययन किया,हर एक कार्य जो इंसान को संपूर्ण और परिपक्व बनाते है।वर्ना कुछ ऐसे लोग है जो अपने को महान साबित करने के लिए थोड़ा-बहुत त्याग कर ऐसा साबित करने का खुद ही दावा कर नाकाम हैं। मगर वर्षों बाद भी अपने कार्यों और बलिदान दे आज भी बापू पूरे विश्व मे छाए हुए हैl
आप हर संस्करण में देख लीजिए कि लोग सिर्फ लिखते हैं मगर जिस बात के लिए आप ने सुझाव मांगे हैं उस के विपरित अनेक विचार प्रस्तुत करते हैं। मै भी उलझ गया बजाए बापू के स्मरण के बिना मांगे दुसरे सुझाव देने लगा। यह भी बापू की ही सीख है कि अच्छे विचारों का आदान-प्रदान हमेशा करते रहो क्योंकि विचारो से ही माहौल बदलता है बजाए हिंसा,ताकत या दौलत के अच्छी विचारधारा बड़े से बड़े मालदार और ताक़तवर को ना सिर्फ झुका देती है बल्कि त्याग करने मजबूर कर देती है। बापू ने हमे आज़ादी दे कर बता दिया।
As per my suggestion Mahatma Gandhi's 150th birth anniversary could be best celebrated by spreading awareness about his ideology and approach for the betterment of the nation.
Quiz Competitions, Essay Competitions, Drawing Competitions should be organised at school and college level to know gandhi better.
And most important celebration will be by keeping our city, our state, our nation clean and green.
Bapu! where you spent entire day after Rajghat?
Bapu remained quiet, again I asked, he broked silence and said in tattered voice,All they do at my name,they swear at my name,they claim my legacy,but they all are reluctant....I interepted Bapu's monologue 'Bapu!tell where You were'?
I was not allowed by the mob at SHAHEEN BAGH,then I went JNU,and visited other places where protes were on, lastly I came to Jamia,and once again hatred seems to win,Oh!
it's paining and bleeding more, see my hand.
today it's 71st year of independence but the real person who deserves this honour and respect is Gandhi ji,if we are taking breathe in the free india it is only and only because of Gandhi ji great contribution to our nation,we should always respect our freedom fighters,we should adopt the main principles of Gandhi'ji in our everyday life, and i am so greatful that i born in India and proud to be indian, celebration of 150 years is making me feel more more proud towards my nation,my motherland.
आज भले ही 71 वर्ष हो गए हैं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को भारतीयों से जुदा हुए, मगर एक भी दिन ऐसा नहीं गुज़रा जिस दिन बापू को देश मे किसी ने याद ना किया हो,मामूली बात नही। वो लोग जो दिल से बापू को भले ही ना चाहे उन्हें जनता के अटूट स्नेह के सामने दिमाग से झुकना ही है। यह गांधी का देश के प्रति,प्रेम,विश्वास,त्याग और बलिदान के बदले देश की जनता का अटूट प्रेम और विश्वास आज तक कायम है और बढ़ता ही जाएगा फिर चाहे कोई गांधी टोपी पहने, बड़ी रैलियां कर ले,या चरखा ही चला ले बापू के पैरो की धूल तक ना पहुचे।
Gandhi had a great influence on the Indian nation, not because of his intellectual life but rather because of his practical life. He lived what he preached that is what made him famous. So like wise, the present government of our country should more of practical democratic country than just being a oral democratic country. They must take into action of all the schemes that are being propagated over the country otherwise government would just remain only at the ideal not, not actual level.