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प्राकृतिक खेती हेतु टैग लाइन प्रतियोगिता
जब विश्व अब तक की सबसे घातक और चुनौतीपूर्ण महामारी के कारण आर्थिक ...
जब विश्व अब तक की सबसे घातक और चुनौतीपूर्ण महामारी के कारण आर्थिक संकुचन का सामना कर रहा है तो भारत की आर्थिक गति तीव्र करने में कृषि एक विश्वसनीय क्षेत्र के रूप में उभरी है । अर्थव्यवस्था और आत्मनिर्भरता को मजबूत करने के लिए, कृषि और संबद्ध क्षेत्रों हेतु एक बड़े अवसर के रूप में 'आत्मनिर्भर भारत' के आह्वान की घोषणा की गयी है।
प्राकृतिक खेती (एनएफ) रसायन मुक्त प्राकृतिक कृषि प्रणाली है जिसमें कम लागत वाले आदान (गाय के गोबर/मूत्र और पौधों के अवशेष पर आधारित) के उपयोग के साथ-साथ मल्चिंग, इंटरक्रॉपिंग जैसी अनुशंसित कृषि पद्धतियों को बढ़ावा दिया जाता है।
इस आयोजन की संकल्पना प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देना है
खरीदे गए आदान पर किसानों की निर्भरता को कम करने और मिट्टी के स्वास्थ्य को बहाल करने के लिए एक आशाजनक उपकरण के रूप में प्राकृतिक खेती को चिह्नित किया गया है। यह कृषि पद्धतियों को एकल-फसल से विविध बहु-फसल प्रणाली की ओर ले जाने पर जोर देती है। देसी गाय का गोबर और मूत्र एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं जिससे विभिन्न आदान जैसे बीजामृत, जीवामृत और घन-जीवामृत खेत में तैयार किये जाते हैं जो मिट्टी के लिए पोषक तत्वों और जीवन का स्रोत हैं। अन्य पारंपरिक प्रथाएं जैसे कि बायोमास के साथ मिट्टी की मल्चिंग या वर्ष भर मिट्टी को हरित आवरण से ढक कर रखना, यहां तक कि बहुत कम पानी की उपलब्धता की स्थितियों में भी ऐसी संयोजित प्रथाएं हैं जिसे अपनाये जाने के पहले वर्ष से ही निरंतर उत्पादकता सुनिश्चित होती है।
आप इस महत्वपूर्ण संदेश को तीन या चार शब्दों में कैसे व्यक्त कर सकते हैं? यहीं से टैगलाइन/नारे प्रचलित होते हैं। टैगलाइन / नारे अंग्रेजी, हिंदी में लिखे जा सकते हैं, इसके बाद इन टैगलाइन / नारों का उपयोग प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए किया जाएगा।
समय-सीमा:
प्रविष्टियों का आमंत्रण: 14 जनवरी, 2022
प्रविष्टि जमा करने की अन्तिम तिथि: 14 अप्रैल, 2022
पुरस्कार:
प्रथम सांत्वना पुरस्कार: रु. 10000
2सरा सांत्वना पुरस्कार: रु. 5000
प्रविष्टि का मानदंड:
1. टैगलाइन/नारे 8 शब्दों से अधिक नहीं होने चाहिए
2. प्रविष्टियां हिन्दी या अंग्रेजी में भेजी जा सकती हैं
प्रतियोगिता का समापन 14 अप्रैल, 2022 को होगा
नियम और शर्तों के लिए यहां क्लिक करें। (PDF 542KB)