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सहकर्मी मध्यस्थता पर उन्मुखीकरण पाठ्यक्रम
हमारे शिक्षण संस्थानों में अक्सर हमें ऐसी स्थितियाँ देखने को मिलती ...
हमारे शिक्षण संस्थानों में अक्सर हमें ऐसी स्थितियाँ देखने को मिलती हैं जब दो सहकर्मी आपस में संघर्ष की स्थिति में आ जाते हैं। कई मामलों में, वे अपने मतभेदों को अपने भीतर हल करने में सक्षम होते हैं। लेकिन ऐसी स्थितियां हो सकती हैं जहां किसी तीसरे व्यक्ति के हस्तक्षेप की आवश्यकता हो। यह एक शिक्षक, प्रशासक या यहां तक कि उनके सामान्य मित्र भी हो सकते हैं। जब एक मित्र को मतभेदों को सुलझाने में मदद करने के लिए कहा जाता है, तो वह अनिवार्य रूप से एक सहकर्मी मध्यस्थ होता है।
सहकर्मी मध्यस्थता किसी भी शैक्षणिक व्यवस्था में रचनात्मक संघर्ष समाधान का एक शक्तिशाली अंतर्निर्मित तंत्र हो सकता है-चाहे वह स्कूल हो या कॉलेज।
गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति द्वारा शुरू किया गया यह पाठ्यक्रम आपमें सहकर्मी मध्यस्थता की बेहतर कला विकसित करने में मदद करेगा । यह दिशादर्शन पाठ्यक्रम सहकर्मी मध्यस्थता, इसके लाभ और एक प्रभावी सहकर्मी मध्यस्थ बनने के लिए आवश्यक कौशल का परिचय देगा।
यह छात्रों, शिक्षकों और प्रबंधन के लिए समान रूप से उपयोगी होगा क्योंकि इसका उद्देश्य शैक्षणिक संस्थानों में विभिन्न प्रकार के संघर्ष समाधान की समग्र संरचना में सहकर्मी मध्यस्थता के दर्शन को बढ़ावा देना है।
पाठ्य सामाग्री डाउनलोड करने के लिए यहां क्लिक करें। (PDF 3.9 MB)
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किसी भी प्रश्न के लिए, निम्न से जुड़ें:
डॉ वेदव्यास कुंडू,
कार्यक्रम अधिकारी (पाठ्यक्रम प्रभारी)
vedabhyaskundu[dot]ahimsa[at]gmail.com, office-gsds[at]gov.in or 2010gsds[at]gmail[dot]com