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- दमन और दीव केन्द्रीय शासित प्रदेश
- प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग
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- विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग
- दूरसंचार विभाग
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- अतुल्य भारत!
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- रोज़गार निर्माण
- LiFE- 21 दिन का चैलेंज
- मन की बात
- मैला ढ़ोने की प्रथा से मुक्त भारत
- पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय
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- संस्कृति मंत्रालय
- रक्षा मंत्रालय
- पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय
- शिक्षा मंत्रालय
- Ministry of Electronics and Information Technology
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- स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय
- गृह मंत्रालय
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- ऊर्जा मंत्रालय
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- सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय
- इस्पात मंत्रालय
- महिला एवं बाल विकास मंत्रालय
- माईगव मूव - वॉलंटियर
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रसायन और पेट्रो रसायन
रसायन उद्योग बढ़ती भारतीय अर्थव्यवस्था का एक अभिन्न अंग है। यह सबसे अधिक विविधतापूर्ण क्षेत्रों में से एक है जिसमें हजारों व्यावसायिक उत्पाद शामिल हैं। यह क्षेत्र मूलभूत जरूरतों को पूरा करने और जीवन की गुणवत्ता को सुधारने में प्रमुख भूमिका निभाता है। केंद्रीय सांख्यिकीय कार्यालय (सी एस ओ) के अनुमानों के अनुसार, वर्ष 2012-13 में सकल घरेलू उत्पाद में रसायन और रासायनिक उत्पादों की हिस्सेदारी 2.11% (2004-05 के मूल्य पर) थी।
रसायन और पेट्रोरसायन विभाग पर देश में रसायन और पेट्रोरसायन क्षेत्र के विकास के लिए नीतियां और कार्यक्रम तैयार करने और उन्हें क्रियान्वित करने का दायित्वि है। इस समूह का लक्ष्य इस क्षेत्र के सतत् विकास के लिए रसायन और पेट्रोरसायन क्षेत्र के सभी हितधारकों और नागिरकों के साथ चर्चा करना और नया दृष्टिकोण विकसित करना है। यह समूह इस क्षेत्र में प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाने, पर्यावरण पर पड़ने वाले कुप्रभावों को कम करने, अनुसंधान एवं विकास तथा प्रौद्योगिकी नवोन्मेषण, गुणवत्तापूर्ण जनशक्ति, हरित/स्वच्छ प्रौद्योगिकी को संवर्धित करने तथा विनिर्माण में गुणवत्ता मानक और सुरक्षा को बनाये रखने के जैसे जरुरी उपायों के बारे में प्रयास करेगा।